हेलो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं मनसा माता के मंदिर की जो कि खेतड़ी से 13 किलोमीटर दूर एक छोटे से गांव पपुरना मैं स्थित है यह मनसा माता का एक भव्य मंदिर है जो कि अरावली पर्वतमाला की श्रंखला में बना हुआ है यह मंदिर अत्यंत पुराना है साथ ही भव्य भी है इसे पहाड़ पर बनाया गया है इसके प्रति लोगों की आस्था बहुत ही पुरानी है और यहां पर लोग बहुत संख्या में आते हैं इस मंदिर के आसपास बहुत सारी आबादी भी रहती है मनसा माता के मंदिर में बंदरों की आवाजाही बनी रहती है तथा यहां पर अधिक मात्रा में बंदर रहते हैं यहां पर लोगों का मानना है कि जो भी इन बंदरों को खाने के लिए फल इत्यादि डालता है उनकी मन इच्छा पूर्ण होती है मनसा माता मंदिर सड़क के किनारे स्थित होने के कारण यहां से आते-जाते वाहनों में लोग बंदरो तथा यहां पर रहने वाली गायों के लिए फल इत्यादि लेकर आते हैं और उनकी आशा रहती है कि माता रानी उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देंगी यहां पर आने वाले व्यापारी वर्ग के लोग इस पर अत्यधिक मात्रा में खर्च भी करते हैं तथा यहां पर गायों के लिए गौशाला भी बनाई गई है जो कि एक पुण्य का कारण है सिर्फ इतना ही नहीं है कि यहां पर सिर्फ आसपास के लोग आते हैं इसके अलावा यहां पर दूर-दूर से भी लोग आते हैं जिनकी आस्था माता रानी के प्रति है इस मंदिर की खासियत यहां पर रहने वाले बंदर हैं जो कि प्रत्येक मनुष्य के साथ सही व्यवहार करते हैं तथा किसी को भी किसी प्रकार की नुकसान पहुंचाने का प्रयास नहीं करते हैं यह मंदिर यहां की राजस्थान की राजधानी क्षेत्र जयपुर से 146 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है खेतड़ी क्षेत्र के अनेक भव्य मंदिरों में से एक है मनसा माता मंदिर पहाड़ी पर बनाए जाने के कारण अत्यधिक ऊंचा भी है मैं सभी को यहां पर एक बार घूमने की सलाह दूंगा
हेलो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं मनसा माता के मंदिर की जो कि खेतड़ी से 13 किलोमीटर दूर एक छोटे से गांव पपुरना मैं स्थित है यह मनसा माता का एक भव्य मंदिर है जो कि अरावली पर्वतमाला की श्रंखला में बना हुआ है यह मंदिर अत्यंत पुराना है साथ ही भव्य भी है इसे पहाड़ पर बनाया गया है इसके प्रति लोगों की आस्था बहुत ही पुरानी है और यहां पर लोग बहुत संख्या में आते हैं इस मंदिर के आसपास बहुत सारी आबादी भी रहती है मनसा माता के मंदिर में बंदरों की आवाजाही बनी रहती है तथा यहां पर अधिक मात्रा में बंदर रहते हैं यहां पर लोगों का मानना है कि जो भी इन बंदरों को खाने के लिए फल इत्यादि डालता है उनकी मन इच्छा पूर्ण होती है मनसा माता मंदिर सड़क के किनारे स्थित होने के कारण यहां से आते-जाते वाहनों में लोग बंदरो तथा यहां पर रहने वाली गायों के लिए फल इत्यादि लेकर आते हैं और उनकी आशा रहती है कि माता रानी उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देंगी यहां पर आने वाले व्यापारी वर्ग के लोग इस पर अत्यधिक मात्रा में खर्च भी करते हैं तथा यहां पर गायों के लिए गौशाला भी बनाई गई है जो कि एक पुण्य का कारण है सिर्फ इतना ही नहीं है कि यहां पर सिर्फ आसपास के लोग आते हैं इसके अलावा यहां पर दूर-दूर से भी लोग आते हैं जिनकी आस्था माता रानी के प्रति है इस मंदिर की खासियत यहां पर रहने वाले बंदर हैं जो कि प्रत्येक मनुष्य के साथ सही व्यवहार करते हैं तथा किसी को भी किसी प्रकार की नुकसान पहुंचाने का प्रयास नहीं करते हैं यह मंदिर यहां की राजस्थान की राजधानी क्षेत्र जयपुर से 146 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है खेतड़ी क्षेत्र के अनेक भव्य मंदिरों में से एक है मनसा माता मंदिर पहाड़ी पर बनाए जाने के कारण अत्यधिक ऊंचा भी है मैं सभी को यहां पर एक बार घूमने की सलाह दूंगा
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